💫 भावनाओं की शायरी 💫
मेरे दुश्मनों की ख्वाहिश है,
मैं बर्बाद हो जाऊं,
लेकिन ये मेरा मां-बाप का आशीर्वाद है,
जो मुझे बर्बाद होने नहीं देता है।।
जो खुद चाय नहीं पीते हैं,
वो दूसरों को कॉफी क्या पिलाएंगे।।
जो रिश्तों का 'र' नहीं जानते हैं,
वो रिश्ता क्या निभाएंगे।।
✍️ POEMS OF A.K. SHARMA
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